1. नवग्रह पूजा =(नवग्रह-पूजन के लिए पहले ग्रहों का आह्वान करके उनकी स्थापना की जाती है। बाएँ हाथ में अक्षत लेकर निम्न मंत्र का उच्चारण करते हुए दाएँ हाथ से अक्षत अर्पित करते हुए ग्रहों का आह्वान किया जाता है। ॐ आ कृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यं च ।.)
2. मांगलिक पूजा =(केसरिया गणपति अपने पूजा गृह में रखें एवं रोज उनकी पूजा करें। : ॐ हनुमान जी की पूजा करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें। : महामृत्युंजय का पाठ करें। यदि दोनों पार्टनर मांगलिक हैं तो यह दोष स्वत: समाप्त हो जाता है।)
3. नए घर की पूजा =(गृह प्रवेश की पूजा सामग्री में कलश, नारियल, दीपक, फूल शुद्ध जल, कुमकुम, चावल, अबीर, गुलाल, धूपबत्ती, पांच शुभ मांगलिक वस्तुएं, आम या अशोक के पत्ते, पीली हल्दी, गुड़, चावल, दूध आदि जरूर होना चाहिए। मंगल कलश के साथ पति-पत्नी को साथ में गृह प्रवेश करना चाहिए।)
4.वास्तु शास्त्र पूजा =(भगवान की किसी प्रतिमा या मूर्ति की पूजा करते समय मुंह पूर्व दिशा में होना चाहिए. यदि पूर्व दिशा में मुंह नहीं कर सकते तो पश्चिम दिशा में मुंह करके पूजा करना भी उचित है. वास्तु शास्त्र के हिसाब से पीले, हरे या फिर हल्के गुलाबी रंग की दीवार मंदिर के लिए शुभ होती है.)
5.मोहिनी वशीकरण पूजा =(मोहनी वशीकरण टोटके/यन्त्र, प्यार के लिए मोहनी मंत्र, तेल मोहिनी साधना, विश्व मोहिनी साधना. प्यार और सफलता के लिए हर कोई अपनी तरफ़ से काफी कोशिश करता है. लेकिन कभी-कभी अपेक्षा के अनुरूप फल नही मिलता हो।)